सफेद बाल होने की समस्या देखी जा रही है. खानपान में पौष्टिक चीजों की कमी, बालों में तेल ना लगाना, अधिक हेयर प्रोडक्ट्स, हेयर कलर, हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करना आदि बालों के सफेद होने का कारण हो सकता है. आपके बच्चों के बाल कम उम्र में ही सफेद ना हों, इसके लिए उन्हें हेल्दी डाइट दें. आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 5 ऐसे फूड्स के बारे में बताया है, जो बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करें. ये असमय बालों को सफेद होने से रोकेंगे. चलिए जानते हैं कौन-कौन से हैं वे पांच फूड्स-
आंवला-आंवला में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी भरपूर होते हैं, जो कम उम्र में बालों का सफेद होना रोकते हैं. आप बच्चों की डाइट में आंवले का जूस शामिल करें. बतौर पाउडर की तरह भी इसे दे सकते हैं. इसके लिए 3 ग्राम आंवले का पाउडर और आधा छोटा चम्मच घी को साथ में मिक्स करके खिलाएं. आप खाली पेट गर्म पानी में आंवले के जूस को मिलाकर पिलाएं. ये 5-10 एमएल से अधिक ना हो. साथ ही आंवला कैंडी दें, आंवले के तेल से बालों की मसाज करें.

तिल-काले तिल मेलेनिन (बालों और त्वचा के रंग के लिए जिम्मेदार पिगमेंट) का उत्पादन करने के लिए मेलानोसाइट गतिविधि को बढ़ावा दे सकते हैं. आप नहीं चाहते कि आपकी तरह ही आपके बच्चों के बाल भी कम उम्र में ही सफेद होने लगें तो, उन्हें तिल खिलाएं. इसके लिए आप भोजन करने के बाद माउथ फ्रेशनर के रूप में 1 बड़ा चम्मच दिन में दें. साथ ही तिल के लड्डू/चिक्की के रूप में, आटे में मिला कर रोटी बनाकर खिला सकते हैं. तिल के बीज का तेल स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने और बालों को सफ़ेद होने से रोकने में मदद करता है, क्योंकि इसमें विटामिन बी प्रचुर मात्रा में होता है.

काली किशमिश-किशमिश आयरन का एक पावरहाउस है. इसमें बड़ी मात्रा में विटामिन सी भी होता है, जो मिनरल के तेजी से एब्जॉर्ब होने की सुविधा प्रदान करता है. बालों को उचित पोषण प्रदान करता है. सफ़ेद बालों, बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है. स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देता है. रोजाना सुबह 5 भीगी हुई काली किशमिश आप अपने बच्चों को खाने के लिए दे सकते हैं.

करी पत्ते- ये विटामिन ए, बी, सी और बी12 से भरपूर होते हैं. इसके अलावा, करी पत्ते आयरन और कैल्शियम का भी एक बड़ा स्रोत हैं. करी पत्ता बालों का झड़ना कम करता है. बालों का सफ़ेद होना रोकता है. बालों के विकास में सुधार करता है. दाल, पुलाव, सूप, सब्जी आप जो भी खाना बनाएं, उसमें 3-4 करी पत्ते जरूर डालें. स्वाद तो बढ़ेगा ही, बालों के साथ शरीर को भी लाभ होगा. 5-10 पत्तों को पानी में उबालकर करी पत्ते का पानी पी सकते हैं. बच्चों को आंवला-करी पत्ते की चटनी बनाकर खिलाएं.

गाय का घी- यह बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता, बालों बालों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए बेहतर है. बालों को सफ़ेद होने, झड़ने से रोकने, बालों के विकास में सुधार के लिए गाय के घी का उपयोग 3 तरीकों से किया जा सकता है. इसे अपने बच्चों के भोजन में प्रतिदिन शामिल करें. सुबह या सोते समय दोनों नथुनों में 2 बूंद गर्म/पिघला हुआ ए2 गाय का घी डालें. सुवर्णप्राशन (Suvarnaprashan) के रूप में. इन तरीकों से बालों के झड़ने के अलावा, आपके बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता, रंग-रूप, पाचन, याददाश्त, नींद और समग्र स्वास्थ्य में सुधार होगा.




