किसान की जमीन को जबरन हड़पने के लिए हर कानून को दे रहे मात
पुलिस के जाते ही किसान व उसके साथियों पर किया हमला
लखनऊ : राजधानी में भू माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि उनके मन मे कानून व प्रशासन का जरा भी भय नही हैं, किसी भी जमीन को जबरन कब्जाने के उद्देश्य से ये लोग हर कानून को मात देने से पीछे नही हटते हैं जबकि यह सब तब हो रहा हैं जब प्रदेश में भू-माफियाओं के खिलाफ प्रदेश की सरकार ज़ीरो टॉलरेंस नीति की बात करती हैं और ऐसे माफियाओं के लिए मन में भय व लोगों को इंसाफ दिलाने के नाम पर एंटी भू माफिया स्कॉट का गठन किया गया हैं।
ताजा मामला राजधानी के पारा थाना क्षेत्र के सदरौना का हैं जहाँ किसान मो.सईद उर्फ मुन्ना की लगभग 3 बीघा जमीन हैं जोकि सरकारी दस्तावेजों में खसरा सं. 99 के अंतर्गत दर्ज हैं व गांव के नगर निगम में समाहित होने पर जमीन के दाम आसमान छू रहें हैं इसी भूमि के कुछ हिस्से पर सजीवन यादव, रामदयाल यादव, खिलावन यादव ने जबरन कब्जा कर रखा था जिसे वर्ष 2018 में उपजिलाधिकारी सरोजनीनगर के आदेश पर जमीन की पैमाइश कर किसान सईद के पक्ष में मेड़बन्दी का आदेश पारित किया गया था लेकिन इसके विरुद्ध विपक्षियों द्वारा में एक याचिका मंडल आयुक्त लखनऊ के यहाँ प्रेषित की गयी जिसे वर्ष 2019 में तर्कहीन पाते हुए वर्ष 2019 में खारिज कर दिया गया इसके बावजूद विपक्षियों ने पुनः एक रिकॉल याचिका सरोजनीनगर तहसील में प्रेषित की जिसे एक बार फिर वर्ष 2023 में खारिज कर दिया गया व पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में किसान सईद के पक्ष में मेडबन्दी का आदेश दिया गया जिसके उपरांत बुधवार को प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस बल की मौजूदगी में उक्त मेडबन्दी का कार्य पूरा कराया गया लेकिन इसके अगले ही दिन जब किसान अपनी जमीन पर खुदाई करा रहा था तभी सभी विपक्षी गण मुन्नु, पप्पू, मुन्नीलाल, सर्वेश यादव व सजीवन यादव अपने साथ 15-20 अन्य लोग लेकर पहुँच गए और किसान सईद व उसके साथ मौजूद वहाँ मजदूरों से हाथापाई करने लगे जिसका किसान ने विरोध किया तो सर्वेश यादव व मुन्नु यादव ने फावड़ा उठाकर उसे मारने के उद्देश्य से दौड़ा लिया जिस पर किसान सईद किसी तरह अपनी जान बचाकर वहाँ से भाग निकालने में कामयाब हुआ जिसका किसान के भतीजे ने अपने फोन में रिकॉर्ड कर लिया जिसपर उक्त लोगों ने उसके साथ मारपीट की व उसके गले में पड़ी सोने की चैन तोड़कर छीन ली इसके साथ ही उक्त लोगों ने वहाँ मौजूद सईद के पुत्र सऊद व तमाम मजदूरों व किसान के परिवार जनों के साथ हाथापाई की और जान से मारने की धमकी देते हुए वहाँ से फरार हो गए।
किसान ने पूरी घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज करवाई व पुलिस प्रशासन से अपनी व अपने परिवार की जान की सुरक्षा मुहैया करवाये जाने की अपील की हैं ।



