राजधानी में दोपहर एक बजे से जुआरियों की महफिल सज जाती है। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद भी आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की देखरेख में बड़े स्तर पर जुआ खेला जा रहा है। आसपास के कई एरिया से जुआरी पहुंचकर कुछ घंटों में हजारों रुपये की बाजी लगाते हैं। जुआ के इस खेल से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के पुराने हनुमान मंदिर के पीछे दोपहर एक बजे से जुआरियों की महफिल सज जाती है। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वहीं, पुलिस भी कार्रवाई की बात करते हुए अपना पल्ला झाड़ते हुए किनारे हो गई। बताया जा रहा है कि यह धंधा आस-पास के युवक के द्वारा संचालित किया जाता है। जहां 500 रुपये से लेकर 5 हज़ार रुपये तक का खेल चलता है। जुएं की जानकारी मिलने पर लोगों से पूछते हुए क्राइम मंच ऑनलाइन उस जगह पर पहुंची जहां पर यह काम धड़ल्ले से चल रहा है।

पुराने हनुमान मंदिर के पीछे जुआरियों की सजती है महफिल
पुराने हनुमान मंदिर के पीछे के खंडर बना हैं। वही पर एक खंडर दीवारों से घिरा प्लॉट है। किसी को शक न हो इसके लिए दीवारों का सहारा लेकर खेला जाता है। धीरे- धीरे समय बीतता गया और लोगों का आना शुरू हो गया। प्लॉट के बाहर खड़ी कर जुआरी ठीक सामने के रास्ते से आ जाते है। घड़ी में सायं 7 बजकर15 मिनट हो रहे थे। उस दौरान भी कुछ लोग गाड़ी खड़ी करके उसी प्लॉट में गए जहां पर जुआ खेला जा रहा था।



 
                                    