कानपुर | केडीए संपत्ति विभाग के बाबू नीरज मल्होत्रा को कानपुर विजिलेंस की टीम ने मुख्यालय से पकड़ा। बाबू को कार्यालय से घसीटते हुए ले जाया गया है। ये बाबू बर्रा विश्वबैंक योजना संपत्ति विभाग में कार्यरत हैं।
मंगलवार को केडीए में विजिलेंस टीम 3.40 बजे पहुंची। टीम में करीब 12 लोग शामिल थे। 5 मिनट के अंदर रिश्वत लेते हुए बाबू को रंगे हाथ पकड़कर अपने साथ ले गई।
बसंत विहार में रहने वाले दीपेंद्र कुमार पेशे से वकील हैं। उन्होंने 113/34 डब्लू ब्लॉक में ईडब्लूएस मकान खरीदा था। 2013 से दीपेंद्र केडीए के चक्कर रजिस्ट्री कराने के लिए चक्कर लगा रहे थे। बिना पैसे लिए काम न करने पर उन्होंने विजिलेंस का सहारा लिया। शिकायत सही मिलने पर विजिलेंस ने केडीए में जाल बिछाया।
10 हजार रुपए मांगी थी रिश्वत
रजिस्ट्री कराने के नाम पर बाबू ने 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। टीम ने रिश्वत लेते हुए बाबू को केडीए मुख्यालय में ही रंगेहाथों पकड़ लिया। केडीए मुख्यालय के सेकेंड फ्लोर पर बाबू बैठता था। टीम ने उसे वहीं से गिरफ्तार किया। अचानक हुई इस कार्रवाई के बाद पूरे केडीए मुख्यालय में हड़कंप मच गया।



