लखनऊ में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया ICAI के नेशनल कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष चरनजोत सिंह नंदा राजधानी पहुंचे.उन्होंने सभी को ICAI के गौरवशाली अतीत के बारे में बताया.साथ ही भविष्य की योजनाओं को लेकर भी जानकारी साझा की.चरनजोत सिंह नंदा ने बताया कि लखनऊ से उनका गहरा नाता है। लखनऊ में ही उनकी ससुराल है। इसलिए यहां आने में बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने बताया कि भारत के संविधान लागू होने से पहले ही 1 जुलाई 1949 को ICAI की स्थापना हुई थी। 1750 मेंबर्स से शुरू हुआ इस संस्थान के आज 5 लाख से ज्यादा मेंबर है। और 11 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स भी इससे जुड़े है।
इस दौरान प्रेस वार्ता में बताया कि आज फिरंगी लोगों को भी भारतीय CA की अहमियत का पता है उन्होंने कहा कि आज मैं ऐसे 100 CA को जानता हूं जिन्हें पास हुए 5 साल नहीं हुए पर आज वो 100 करोड़ के मालिक है देश दुनिया में भारतीय CA की प्रतिभा का हर जगह लोहा माना जा रहा है। सिंगापुर CA यूनिट ने 6 महीने किसी भी काम से वहां रुकने वाले भारतीय CA को अपनी मेम्बरशिप प्रदान करती है।
पहलगाम में मनाया स्वतंत्रता दिवस
चरनजोत सिंह नंदा ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद आतंकवादियों के मंसूबे को ध्वस्त करने के मकसद से ICAI ने इस बार 15 अगस्त पर तिरंगा पहलगाम में फहराया. साथ ही करीब डेढ़ सौ परिवारों के साथ पहलगाम में जाकर काउंसिल की मीटिंग की आयोजित की.उन्होंने कहा कि अमेरिकी टैरिफ का भारतीय अर्थव्यवस्था पर बहुत असर देखने को नहीं मिलेगा।

इस दौरान आईसीएआई लखनऊ शाखा द्वारा आयोजित ICAI लखनऊ चैप्टर के चेयरमैन CA अनुराग पांडे,CAमंगेश पी. किनारे , CA (डॉ.) अनुज गोयल ,CA ज्ञान चंद्र मिश्रा, CA राजेंद्र कुमार पी. और CA जय छैरा सहित बड़ी संख्या में CA मौजूद रहे।








