
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर के द्वार आम लोगों के लिए खुल गए हैं। लाखों की तादाद में राम भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। अब तक 5 लाख लोग दर्शन कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के विशेष एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने एक बयान जारी कर कहा है कि लोग यहां भारी संख्या में जमा हैं। व्यवस्था संभालने के लिए प्रमुख गृह सचिव और मुझे यहां भेजा गया है। हम भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए कई प्रबंध कर रहे हैं। यूपी के प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार मंदिर के ‘गर्भ गृह’ के अंदर मौजूद हैं और श्रद्धालुओं की आवाजाही पर निगरानी रख रहे हैं। RAF के डिप्टी कमांडेंट अरुण कुमार तिवारी ने बयान जारी करते हुए कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भक्तों को किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े। मंदिर के अंदर और बाहर लगभग 1000 जवानों को तैनात किया गया है।
अयोध्या में दर्शनार्थियों की व्यापक भीड़ को ध्यान में रखते हुए सुल्तानपुर से अयोध्या तक सड़क मार्ग को बंद कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) के क्षेत्रीय प्रबंधक नागेंद्र प्रसाद पांडे ने कहा कि सुल्तानपुर की जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना के मौखिक आदेश पर अयोध्या के लिए बसों का संचालन बंद कर दिया गया है।
निकासी के लिए अलग-अलग रास्ते
गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने मंदिर में भीड़ प्रबंधन के लिए उठाए गए कदमों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ”आप खुद देख सकते हैं, कहीं लम्बी कतारें नहीं हैं। आज सुबह सात बजे से पहले भी लोग आ गये थे। सब लोग आराम से कतार में लगे हुए थे। इसके बाद से उनका दर्शन अनवरत जारी है।”उन्होंने कहा, ”आज जन सुविधा केंद्र शुरु हुआ है। निकासी का अलग रास्ता बना दिया गया है तो अब लोग अलग-अलग रास्तों से निकल रहे हैं और कहीं कोई भीड़ नहीं है। मुझे लगता है कि अब चीजें इस पर निर्भर करेंगी कि कितनी भीड़ और आती है। आज हम लोग इसे देखेंगे।”



