चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे से राजनीतिक पार्टियां हमलावर हो गयी हैं, इसी को लेकर पर कांग्रेस ने भी अपनी चिंता जाहिर की है, पार्टी ने कहा है यदि स्वतंत्र संस्थानों का व्यवस्थित विनाश नहीं रोका गया, तो तानाशाही द्वारा लोकतंत्र पर कब्जा कर लिया जाएगा.
लोकसभा के चुनाव की सहगर्मी के बीच इस्तीफा : गोयल ने लोकसभा चुनावों से पहले इस्तीफा दिया है, आपको बताते चले कि उनका कार्यकाल पांच दिसंबर 2027 तक था.



