24 अप्रैल को एक बार फिर अखबारों में माफीनामा छपवाया गया, आपको बताते चले इसमें भी बिना शर्त कोर्ट से माफी मांगी गई है.
क्या हैं आरोप : आपको बताते चले पतंजलि पर अखबारों में विज्ञापन देकर एलोपैथी के खिलाफ निगेटिव प्रचार करने का आरोप है.
24 अप्रैल को छपवाए माफीनामे में लिखा गया कि : हमसे विज्ञापनों को प्रकाशित करने में हुई गलती के लिए ईमानदारी से बिना शर्त माफी मांगते हैं. ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी. हम सावधानी के साथ सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करने का वचन देते हैं.



