शाहजहांपुर: रामगंगा नदी में नहाने गए दुकानदार की सोमवार दोपहर में डूबने से मृत्यु हो गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने स्वजन को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद दुकानदार का शव गोताखोरों के जरिये नदी से बाहर निकाला गया। दुकानदार की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मिर्जापुर के गांव कीलापुर में इस समय जानकी महाराज मेला चल रहा है। मेले में दूर दराज के सैंकड़ों व्यापारियों ने अपनी दुकाने लगाई हुई हैं। इसी मेले में जलालाबाद के गांव ककराला निवासी 25 वर्षीय विमलेश कुशवाहा पुत्र श्रीपाल ने भी कॉस्मेटिक की दुकान लगा रखी थी। मेला स्थल रामगंगा के किनारे होने के कारण विमलेश अक्सर दुकानदारों के साथ रामगंगा में नहाने चला जाता था। सोमवार को भी वह अपनी दुकान दूसरे के हवाले करके गांव के शिवम सक्सेना व अन्य दुकानदारों के साथ रामगंगा में नहाने चला गया।
नहाने के दौरान वह गहरे पानी में चला गया। कुछ ही देर बाद वह डूबने लगा। उसे डूबता देख साथी बचाने के लिए चीख पुकार करने लगे लेकिन तब तक वह रामगंगा के अंदर समा गया। मौके पर तमाम लोगों की भीड़ लग गई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। भीड़ में मौजूद कुछ तैराक लोगों और गोताखोरों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद विमलेश के शव को बाहर निकाल लिया गया। रामगंगा से शव बाहर आते ही परिवार की महिलाएं बिलख पड़ी। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
चार वर्ष में ही उजड़ गया किरन का सुहाग
विमलेश कुशवाहा की शादी चार वर्ष पहले क्षेत्र के गांव सींगापुर निवासी बृजराज उर्फ बिरजू कुशवाहा की पुत्री किरन के साथ हुई थी, उसके एक डेढ़ वर्ष की बेटी अवन्या है। किरन पति की मौत पर बिलख रही किरन बार-बार बेहोश हो रही थी, उसे संभालना मुश्किल हो रहा था। विमलेश तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। बड़ा भाई कमलेश तथा छोटा अखिलेश है। मृतक की मां की पहले ही मृत्यु हो चुकी है।रामगंगा में नहाने के दौरान एक दुकानदार की डूबकर मृत्यु हो गई। मृतक के शव को बरामद करने के लिए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है-



