देश की बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां मौजूदा वित्त वर्ष में बड़ा निवेश करने की तयारी कर रही हैं. मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 24 में रिकॉर्ड बिक्री से उत्साहित, देश के शीर्ष चार पैसेंजर कार (पीवी) निर्माताओं ने चालू वित्त वर्ष के लिए 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने का कमिटमेंट दिया है. वित्त वर्ष 2023-2024 के दौरान भारत में 42,30,000 पैसेंजर वाहनों की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री के साथ वाहन कंपनियों का बाजार पर भरोसा मजबूत हुआ है. कंपनियों का मानना है कि आने वाले समय में वाहनों की मांग तेजी से बढ़ेगी जिसके लिए कंपनियों को प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए तैयार रहना होगा.
मारुति सुजुकी, हुंडई मोटर इंडिया, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम), और जेएसडब्ल्यू-एमजी मोटर इंडिया जैसी कार निर्माताओं के निवेश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मांग को पूरा करने के लिए इंटरनल कंबशन इंजन वाहनों (ICEV) की क्षमता का विस्तार करने के लिए आवंटित किया जाएगा, साथ ही एक बड़ी राशि इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए प्लेटफॉर्म, उत्पाद और तकनीकी विकास की ओर भी निर्देशित की जाएगी.
शीर्ष कार निर्माताओं में शामिल मारुति सुजुकी, दशक के मध्य तक अपनी 50 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी फिर से हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मनीकंट्रोल को बताया कि कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में नए उत्पाद लॉन्च और क्षमता विस्तार सहित विभिन्न पहलों में 10,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है.
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL), जिसने कैलेंडर ईयर 2023 और फाइनेंसियल ईयर 2023-24 में अब तक की सबसे ज़्यादा बिक्री हासिल की है, मध्यम अवधि में 13,180 करोड़ रुपये खर्च करने की उत्सुकता इच्छा जताई है. इस राशि में से, लगभग 6,180 करोड़ रुपये चेन्नई, तमिलनाडु में एक ग्रीनफील्ड सुविधा के निर्माण में और 6,000-7,000 करोड़ रुपये महाराष्ट्र के तालेगांव सुविधा में उत्पादन लाइनों के ओवरहालिंग के लिए निवेश किए जाएंगे.
वहीं, टाटा मोटर्स ने 2024-25 में उत्पादों और प्रौद्योगिकियों के लिए 43,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है. टाटा मोटर्स की ब्रिटिश शाखा जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) द्वारा इसमें से अधिकांश, लगभग 35,000 करोड़ रुपये निवेश किए जाने की उम्मीद है.
JSW MG मोटर (पूर्व में MG मोटर इंडिया) ने हाल ही में उत्पादन क्षमता बढ़ाने और सितंबर से हर 3-6 महीने में एक नई कार लॉन्च करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना का खुलासा किया है. चीन के SAIC और भारतीय समूह JSW समूह के बीच संयुक्त उद्यम का लक्ष्य नए ऊर्जा वाहन सेगमेंट में बिक्री को बढ़ाना है.भारत में 5,300 करोड़ रुपये के निवेश की योजना की घोषणा करने के एक साल बाद, निसान मोटर कॉर्पोरेशन और रेनॉल्ट एसए ने अपने भविष्य के पोर्टफोलियो विस्तार का खुलासा किया है, जिसमें 2025 से चार नए स्पोर्ट यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) बाजार में आने की उम्मीद है.



